कई ऋणदाताओं ने हाल ही में फंड-आधारित उधार दर (MCLR) में बदलाव किया है, ऐसे में EMI अधिक महंगी हो जाएंगी
बैंक और वित्तीय संस्थान भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए तमाम लुभावने ऑफर दे रहे हैं
जब बैंक या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से बिल्डर को पूरा लोन डिस्बर्स यानी लोन की पूरी एमाउंट मिल जाती है तब इएमआइ शरु होता है.
अपना होम लोन मौजूदा बैंक से किसी दूसरे बैंक में शिफ्ट करने से पहले सभी बैंकों की ब्याज दरों का एक तुलनात्मक अध्ययन कर लें.
बैंक होम लोन देते समय आपकी इनकम प्रुफ, क्रेडिट हिस्ट्री, इंटरनल ड्यू डिजिजंस देखकर ही लोन मंजूर करती है.
प्री-अप्रूव्ड लोन की वैलिडिटी के दौरान लोन की राशि, अवधि और ब्याज दर तय हो जाती है, लेकिन ये सिर्फ अनुमानित होती है.
लोन-टू-वैल्यू रेशियो का मतलब है कि किसी प्रॉपर्टी की तय कीमत का कितना फीसदी आपको लोन के रूप में मिलेगा.
वास्तव में आपकी हर महीने की आमदनी के हिसाब से आपकी री पेमेंट कैपिसिटी तय की जाती है और उसके हिसाब से आपको लोन देने का फैसला किया जाता है.
Home Loan Rates: अभी देश में होम लोन की दर एक दशक के न्यूनतम स्तर पर है. इस समय घर खरीदना फायदे का सौदा है.
यूनियन बैंक ने होम लोन की ब्याज दर को 6.5% के साइकोलॉजिकल लेवल से भी नीचे 6.4% पर ला दिया है. इससे बैंकों के बीच रेट और घटाने की होड़ लग सकती है